... हमारे तमाम बनारसी मित्रों के नाम अजग-गजब हैं जैसे - रहीस
सिंह, मैनेजर पाण्डेय, टाइगर सिंह, लोमष तिवारी, तहसीलदार
पाण्डेय, गवर्नर सिंह, कोतवाल चौहान, मूछ बिहारी तिवारी लेकिन अब
यह सब अपने जैसा दबंग नामकरण नाती-पोतों का नहीं
करना चाहते। वह नहीं चाहते हैं कि उनके कुनबे के किसी सदस्य को
लोकपाल का नाम दिया जाए। उनको लगता है कि भांग छाने के
समय बुलाया तो लोग क्या समझेंगे... हा हा हा... कुछ - कुछ
कलंकपाल टाइप लगेगा उच्चारण।... जय हो.. मगरुवा भांग वाले..
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