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गोदौलिया
से नई सड़क की ओर जाने वाले रास्ते पर सनातन धर्म इंटर कालेज के बगल से अंदर जाने पर सूरज कुण्ड स्थित है।
कुण्ड के समीप ही गोल चक्र में बना भगवान सूर्य का मंदिर हैं मान्यता है कि भगवान कृष्ण के आदेश पर साम्ब ने यहां सूर्य मंदिर स्थापित किया। साथ
ही कुण्ड बनवाकर सूर्योपासना कर कुष्ठ रोग से मुक्ति पाया था। कहा जाता है कि सूरज कुण्ड में स्नान करने से कुष्ठ रोगियों को छुटकारा मिल जाता है।
कभी सुन्दरता व स्वच्छता की मिशाल रहा यह कुण्ड आज गंदगी के बीच है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कुंड व तालाब (हिंदी) काशी कथा।
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