मत्स्योदरी तालाब उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी नगर में स्थित है। विश्वेश्वरगंज से प्रह्लाद घाट की ओर जाने वाले रास्ते पर मत्स्योदरी तालाब (मच्छोदरी) स्थित है। इसी तालाब पर मोहल्ले का नाम मच्छोदरी पड़ा है। बारिश में पानी ज्यादा होने पर गंगा का पानी वरुणा नदी के पानी को पीछे धकेलता है। जिससे अंत में पानी मत्स्योदरी पहुंचता है। गंगा जल से यह क्षेत्र घिर जाता है। घिरे हुए पानी का स्वरूप मछली की तरह हो जाता है। मान्यता है कि भगवान नादेश्वर के दर्शन के लिए गंगा यहां आती है। ऐसे में इस कुण्ड में स्नान करने से पुण्य मिलता है।
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कुंड व तालाब (हिंदी) काशी कथा।
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बनारस शिव से कभी मुक्त नही, जब से आये कैलाश न गये। बनारसी की मस्ती को लिखा नही जा सकता अनुभव होता है। अद्भूद है ये शहर जिन्दगी जीनेका तरीका कुछ ठहरा हुआ है पर सुख ठहराव में है द्रुतविलंबित में नही. मध्यम में है इसको जीनेवाला है यह नगर। नटराज यहां विश्वेश्वर के रुप में विराजते है इसलिये श्मशान पर भी मस्ती का आलम है। जनजन् शंकरवत् है। इस का अनुभव ही आनन्द है ये जान कर जीना बनारस का जीना है जीवन रस को बना के जीना है।
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