मातृ कुण्ड उत्तर प्रदेश राज्य के वाराणसी नगर में स्थित है। मातृ कुण्ड लल्लापुरा में पितृकुण्ड के पहले स्थित था। इस कुण्ड को क्षेत्रीय लोगों ने कूड़ा डालकर धीरे-धीरे पाट दिया। बाद में कुण्ड की खुदाई करने पर मातृ देवी की मूर्ति मिली, जिसे कुण्ड के ऊपर मंदिर बनवाकर स्थापित कर दिया गया। पहले तीर्थ यात्री यहां आकर मातृ देवी का पूजन-अर्चन करते थे फिर तर्पण करते थे। इस कुण्ड को बचाये रखने के लिए यहां हर वर्ष रामलीला का आयोजन किया जाता है
टीका टिप्पणी और संदर्भ
- ↑ कुंड व तालाब (हिंदी) काशी कथा।
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बनारस शिव से कभी मुक्त नही, जब से आये कैलाश न गये। बनारसी की मस्ती को लिखा नही जा सकता अनुभव होता है। अद्भूद है ये शहर जिन्दगी जीनेका तरीका कुछ ठहरा हुआ है पर सुख ठहराव में है द्रुतविलंबित में नही. मध्यम में है इसको जीनेवाला है यह नगर। नटराज यहां विश्वेश्वर के रुप में विराजते है इसलिये श्मशान पर भी मस्ती का आलम है। जनजन् शंकरवत् है। इस का अनुभव ही आनन्द है ये जान कर जीना बनारस का जीना है जीवन रस को बना के जीना है।
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