हम किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं डरते: आयोग


भाजपा के प्रधानमंत्री पद के उम्मीदवार नरेंद्र मोदी की बनारस रैली पर विवाद इतना बढ़ा कि चुनाव आयोग पर सवाल खड़े किए जाने लगे.

इन सवालों का जवाब देने के लिए चुनाव आयोग ने दिल्ली में एक प्रेस कांफ्रेंस के जरिए अपना पक्ष स्पष्ट किया है.

मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने प्रेस कांफ्रेस के जरिए अपनी बात रखते हुए कहा कि 2014 लोकसभा चुनाव का प्रबंधन पटरी पर है और किसी तरह की चिंता करने की जरूरत नहीं है.

क्लिक करें मोदी को इजाज़त न देने के ख़िलाफ़ भाजपा का धरना

संपत ने निराशा जाहिर करते हुए कहा, "चुनाव आयोग के खिलाफ तीखे बयान दिए जा रहे हैं. हम फिर से आप सबको आश्वस्त करना चाहते हैं कि चुनाव आयोग सख्तीपूर्वक निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है."
निष्पक्ष चुनाव
बनारस में बेनियाबाग़ में नरेंद्र मोदी को गुरुवार को जनसभा करने की अनुमति नहीं मिलने पर काफी विवाद खड़ा हो गया. नरेंद्र मोदी ने चुनाव आयोग पर पक्षपातपूर्ण तरीके से काम करने का आरोप लगाया था.

मोदी ने उत्तर प्रदेश के आज़मगढ़ में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा, "मैं बहुत ज़िम्मेदारी के साथ चुनाव आयोग पर पक्षपात का आरोप लगा रहा हूं. चुनाव आयोग निष्पक्ष नहीं है."



मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने कहा कि उन्हें बेहद आश्चर्य और निराशा हो रही है कि चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर एक राष्ट्रीय स्तर की पार्टी की ओर से सवाल उठाए जा रहे हैं.

उन्होंने ये भी कहा, "स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव हो, इसके लिए हमने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी. चुनाव आयोग ने निष्पक्षता और तटस्थता के साथ अपनी जिम्मेदारियों को पूरा किया है."

वीसी संपत ने आगे कहा, "हम किसी राजनीतिक दल या संस्था से नहीं डरते."
सुरक्षा का मसला
दिल्ली में बुलाए गए प्रेस कांफ्रेस में चुनाव आयोग ने राजनीतिक पार्टियों से गुजारिश की कि वे आयोग का जिक्र करते हुए ज्यादा परिपक्वता का परिचय दें.

चुनाव आयोग प्रमुख ने कहा, "हम रैली की अनुमति देने में असमर्थ थे लेकिन इसे विवाद का विषय बना दिया गया. जब भी सुरक्षा का मुद्दा उठता है, चुनाव आयोग स्थानीय प्रशासन के सुझावों के हिसाब से अपने कदम उठाती है."

मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने कहा, "हम ये आश्वासन देना चाहते हैं कि चुनाव आयोग पूरी दृढता से और निष्पक्ष तरीके से काम कर रहा है."

चुनाव आयोग की ओर से बनारस में रैली की आज्ञा नहीं दिए जाने के बाद भाजपा के कार्यकर्ताओं ने गुरुवार को दिल्ली और बनारस में धरना दिया.
  • Digg
  • Del.icio.us
  • StumbleUpon
  • Reddit
  • RSS

0 comments:

Post a Comment

बनारस शिव से कभी मुक्त नही, जब से आये कैलाश न गये। बनारसी की मस्ती को लिखा नही जा सकता अनुभव होता है। अद्भूद है ये शहर जिन्दगी जीनेका तरीका कुछ ठहरा हुआ है पर सुख ठहराव में है द्रुतविलंबित में नही. मध्यम में है इसको जीनेवाला है यह नगर। नटराज यहां विश्वेश्वर के रुप में विराजते है इसलिये श्मशान पर भी मस्ती का आलम है। जनजन् शंकरवत् है। इस का अनुभव ही आनन्द है ये जान कर जीना बनारस का जीना है जीवन रस को बना के जीना है।
Copyright © 2014 बनारसी मस्ती के बनारस वाले Designed by बनारसी मस्ती के बनारस वाले
Converted to blogger by बनारसी राजू ;)
काल हर !! कष्ट हर !! दुख हर !! दरिद्र हर !! हर हर महादेव !! ॐ नमः शिवाय.. वाह बनारस वाह !!