काशी में खूबसूरत पेंटिंग्स कर रही हैं खुले मेनहोल से आगाह

काशी की सड़कों पर आजकल आपको बेहतरीन कलाकारी देखने को मिलेगी। पेंटिंग भी ऐसी जो आपकी आंखों को सुकून देने से ज़्यादा आपको आगाह करती नज़र आएगी। इन पेंटिंग्स में आपको कहीं मेनहोल में गिरता आदमी नज़र आएगा तो कहीं यूं लगेगा कि कोई किसी गड्ढे से अपनी मदद करने को आपको आवाज़ दे रहा है। दरअसल ये पेंटिंग्स आपको सावधान करने के लिए ही बनाई जा रही हैं। आपको खुले मेनहोल और सड़क के गड्ढों में गिरने से बचाने के लिए, आपको सावधान करने के लिए ये ज़िम्मा उठाया है काशी के उमेश जोगाइ ने। रात को जब आधा शहर सो रहा होता है तब वो सड़कों पर ऐसी पेंटिंग्स करते नज़र आ जाते हैं।
फोटो- केशव यादव इन पेंटिंग्स को 'आवाज़' अभियान का नाम दिया गया है।फोटो- केशव यादव

मीरघाट के रहने वाले कलाप्रेमी उमेश जोगाइ इन दिनों काशी की सड़कों पर कुछ ऐसी ही पेंटिंग्स कर रहे हैं। सड़कों पर पेंटिंग बनाने के पीछे एक खास वजह भी है और मकसद भी। हुआ यूं कि पिछले दिनों हुई ज़ोरदार बारिश के कारण पूरा शहर जलमग्न हो गया था। गुरुबाग पर भी पूरा घुटने के उपर तक बारिश का पानी लग गया था। यहां एक मेनहोल खुला होने की वजह से एक बच्ची उसमे गिर गई। बड़ी मुश्किल से उसे बचाया जा सका। ये पूरी घटना उमेश जोगाइ की बेटी के सामने की थी। घर पर उसने अपने पापा को ये बात बताई। बेटी की इस चिंता से वो भी विचलित हो उठे। तभी उन्होंने ठान लिया कि वो इसके लिए ज़रूर कुछ करेंगे। प्रशासन, नगर निगम की बजाय उन्होंने खुद लोगों को जागरूक करने का कदम उठाया। इसके बाद उन्होंने बीएचयू फाइन आर्ट्स के स्टूडेंट संदीप साहनी और विशाल यादव की मदद ली और फिर शहर के लोगों को कुछ इस अंदाज़ में आगाह करने की अपनी मुहिम शुरू कर दी। इस पेंटिंग्स को तीनों दोस्तों ने 'आवाज़' अभियान का नाम दिया है।
फोटो- केशव यादवरविंद्रपुरी से शिवाला और गोदौलिया से गुरुबाग तक की रोड पर मेनहोल के पास ये पेंटिंग बनाई गईं हैं। फोटो- केशव यादव

उमेश जोगाइ ने शहर भर में मेनहोल और गड्ढों का डेटा तैयार किया है और उसी डेटा के अनुसार वो जगह-जगह पेंटिंग बना रहे हैं। उन्होंने रविंद्रपुरी से शिवाला और गोदौलिया से गुरुबाग तक की रोड पर मेनहोल के पास ये पेंटिंग बनाई है। ये पेंटिंग्स इतनी शानदार होती हैं कि लोग इन्हें देखते रह जाते हैं। उमेश जोगाइ बताते हैं, "इस समय जिस पेंट का हम इस्तेमाल कर रहे हैं वो ज़्यादा दिन तक टिक नहीं सकता। हमारी कोशिश है कि जिस पेंट से ज़ेबरा क्रॉसिंग पेंट किया जाता है उसका इस्तेमाल करें ताकि वो टिक सके।"


  • Digg
  • Del.icio.us
  • StumbleUpon
  • Reddit
  • RSS

0 comments:

Post a Comment

बनारस शिव से कभी मुक्त नही, जब से आये कैलाश न गये। बनारसी की मस्ती को लिखा नही जा सकता अनुभव होता है। अद्भूद है ये शहर जिन्दगी जीनेका तरीका कुछ ठहरा हुआ है पर सुख ठहराव में है द्रुतविलंबित में नही. मध्यम में है इसको जीनेवाला है यह नगर। नटराज यहां विश्वेश्वर के रुप में विराजते है इसलिये श्मशान पर भी मस्ती का आलम है। जनजन् शंकरवत् है। इस का अनुभव ही आनन्द है ये जान कर जीना बनारस का जीना है जीवन रस को बना के जीना है।
Copyright © 2014 बनारसी मस्ती के बनारस वाले Designed by बनारसी मस्ती के बनारस वाले
Converted to blogger by बनारसी राजू ;)
काल हर !! कष्ट हर !! दुख हर !! दरिद्र हर !! हर हर महादेव !! ॐ नमः शिवाय.. वाह बनारस वाह !!